मैं नहीं बतला रहा
आप आएं और
पिछले पढ़ जाएं
अपना बतला जाए
तब ही वापिस जाएं।
जब 1001 उपाय
हो जायेंगे तब
बनायेंगे एक नई
पोस्ट सब होस्ट
सभी ताजा रोस्ट।
स्वागत है सबका
दिग्गज सब हों
बूंद बूंद कर जब
भरता है घड़ा तो
यहां क्यों लफड़ा।
उपाय जो सबको
भायें हिम्मत बंधायें
बेसीखे न कोई जाये
आते हैं जल्द बतलायें
बिल्कुल न शरमायें।
बिना बतलायें कोई न
लौटे, भर जायेंगे
शाम तक कई लौटे
टिप्पणियों के झोंटे
कौन कौन समेटे।
पोस्ट पर टिप्पणियां पाने के 1001 उपाय (अविनाश वाचस्पति)
Posted on by अविनाश वाचस्पति in
Labels:
कविता,
खाली न लौटें,
टिप्पणियां पाने के 1001 उपाय,
भर भर लौटा
Labels:
कविता,
खाली न लौटें,
टिप्पणियां पाने के 1001 उपाय,
भर भर लौटा
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ई का कर रहे भईया....हमको मत बुलाओ...टिपियाने के लिए....फिर कहोगे बहुत बुरा टिपियाता है.....!!
जवाब देंहटाएंहर कमैंट के साथ एक लड्डू फ्री कर दें...अंबार लग जाएगा टिप्पणियों का
जवाब देंहटाएंटिप्पणी कैसे अधिक मिले इसका नहीं उपाय।
जवाब देंहटाएंटिपियाना मुझको यहाँ न्योता आपने भाय।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
jab poochhe hain to lijiye sunkiye kuchh upaay,
जवाब देंहटाएंpost padhe, bin padhe,alochnaa kar aaay,
tahu se na bane to doojan ko gairaay....
post aisaan likhiye sabko aag lag jaay..
peeth peechan aapke baare hee sab baitiyaay,
list abhee ban rahee hai, baad mein baki upaay...
किसी की बुराई कर दो या किसी कि चमचागिरी कर दो
जवाब देंहटाएंkoi bhi kament aaye turant thanks kaho
जवाब देंहटाएं4 kament aaye , 8 ban gayae
अब टिप्पणी के लिये कौनसी टिप्पणी करें भाई?
जवाब देंहटाएंराजीव तनेजा जी
जवाब देंहटाएं........ और ब्लॉगवाणी पर
पसंद चटकाने वाले को
एक एक किलो बर्फी या ....
यह भी आप ही बतलायें।
लगाइए कोई विवादित क्लिप
जवाब देंहटाएंया कह दीजिए कोई ऐसा स्टेटमेंट
जिससे लग जाएं कमेन्ट ही कमेन्ट
कह दो बाद में बात हो थी गयी स्लिप
अविनाश वाचस्पति जी आपको कुछ आता जाता तो नहीं हे बस यूं ही सभी को पप्पू बनाते रहते हो
जवाब देंहटाएंहा हा हा इस तरह कुछ लिख दो और देखो कितनी टिप्पणी आती हें अब देखना मुझे भी कितने लोग देखने आएंगे इस एक टिप्पणी के बहाने हा हा हा हा हा हा हा हाह हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा
बढ़िया, बहुत बढ़िया। इस तपती गर्म मई में "मई फूल" बना दिया आपने।
जवाब देंहटाएं:)
हा हा हा हा .... अब आपको क्या बताएं अविनाश जी ..... हा हा हा हा हा
जवाब देंहटाएंआप तो... ही ही ही ही .... हा हा हा
सरजी,आप पुस्तक महल खारी बाबली से संपर्क करें। वहां से बहुत सारी किताबें निकलती है- 60 दिन में हारमोनियम सीखें,60 दिन में अंग्रेजी सीखें। रैपीडेक्स वहीं का प्रकाशन है। एक किताब आपके नाम से भी आ जाएगा। 60 दिन में ब्लॉग बनाने से लेकर कमेंट देने के 1001 उपाय सीखें। बाकी दिन वही होगा- 60 दिन। घर बैठे रॉयलटी खाइएगा,ऑफिस की एसी का खर्चा बचेगा।
जवाब देंहटाएंजै राम जै राम जै जै राम
जवाब देंहटाएंऔऱ का करें भाई... अब ऐसन दसा में का टिप्पणी करें... पर इतनी रिक्वेस्ट हुई है तो कछु तो लिखिना पड़ेगा ना... हमने सोचा चलो राम ही का नाम ले लिया जाय... अच्छा राम राम सा.
और ई एक और टिप्पणी
जवाब देंहटाएंअब मत कहीयेगा हम टिपियाते नहीं हैं... जी भर के आजही ले लेयो...
जवाब देंहटाएंई लेयो एक और लपको...
टिपणी टिप्पणी हो गई ,
जवाब देंहटाएंहो गई सुबह से शाम ,
कोई तिप्पान्नी न मिली ,
कह गए कबीर यही राम amitjain
ये अच्छा है नेताओं की तरह बिन कुछ किये वोट की तरह तिप्पणी माँग रहे हैं वाह्
जवाब देंहटाएंगुरु फ़ोर्मुला तो अछ्छा जुगाडे पर 1000 तिपिया जायेन्गे तब उडन तश्तरी भी आ जायेगी पुछल्ले मे ’ज़ीरो’ के पीछे खडे होने . वैसे सिर्फ़ उन्हीन से गुहार लगाते तो वू अकेल्लन १००१ टिप्पनी मार गिराते . वैसे वू बिचारे खुदै ९९ के फ़ेर मे पडे हैन इस बखत ’लखपती’ बन जाने के बाद.
जवाब देंहटाएंफ़िर भी ......हारिये ना हिम्मत बिसारिये ना हरीनाम...................लगे रहिये !
बढिया तुकबंदी है।
जवाब देंहटाएं-----------
SBAI TSALIIM
नोट के बदले वोट नहीं....विवादित औऱ चापलूसी, के लिए ढेरों टिप्पणियां....मेरी भी एक....हीहीही
जवाब देंहटाएंभूतनाथ ने कहा…
जवाब देंहटाएंई का कर रहे भईया....हमको मत बुलाओ...टिपियाने के लिए....फिर कहोगे बहुत बुरा टिपियाता है.....!!
2.5.09
राजीव तनेजा ने कहा…
हर कमैंट के साथ एक लड्डू फ्री कर दें...अंबार लग जाएगा टिप्पणियों का
2.5.09
श्यामल सुमन ने कहा…
टिप्पणी कैसे अधिक मिले इसका नहीं उपाय।
टिपियाना मुझको यहाँ न्योता आपने भाय।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
2.5.09
ajay kumar jha ने कहा…
jab poochhe hain to lijiye sunkiye kuchh upaay,
post padhe, bin padhe,alochnaa kar aaay,
tahu se na bane to doojan ko gairaay....
post aisaan likhiye sabko aag lag jaay..
peeth peechan aapke baare hee sab baitiyaay,
list abhee ban rahee hai, baad mein baki upaay...
2.5.09
अनिल कान्त : ने कहा…
किसी की बुराई कर दो या किसी कि चमचागिरी कर दो
2.5.09
सूत्रधार ने कहा…
koi bhi kament aaye turant thanks kaho
4 kament aaye , 8 ban gayae
2.5.09
प्रदीप कांत ने कहा…
अब टिप्पणी के लिये कौनसी टिप्पणी करें भाई?
3.5.09
अविनाश वाचस्पति ने कहा…
राजीव तनेजा जी
........ और ब्लॉगवाणी पर
पसंद चटकाने वाले को
एक एक किलो बर्फी या ....
यह भी आप ही बतलायें।
3.5.09
Shefali Pande ने कहा…
लगाइए कोई विवादित क्लिप
या कह दीजिए कोई ऐसा स्टेटमेंट
जिससे लग जाएं कमेन्ट ही कमेन्ट
कह दो बाद में बात हो थी गयी स्लिप
3.5.09
मोहन वशिष्ठ ने कहा…
अविनाश वाचस्पति जी आपको कुछ आता जाता तो नहीं हे बस यूं ही सभी को पप्पू बनाते रहते हो
हा हा हा इस तरह कुछ लिख दो और देखो कितनी टिप्पणी आती हें अब देखना मुझे भी कितने लोग देखने आएंगे इस एक टिप्पणी के बहाने हा हा हा हा हा हा हा हाह हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा
3.5.09
सागर नाहर ने कहा…
बढ़िया, बहुत बढ़िया। इस तपती गर्म मई में "मई फूल" बना दिया आपने।
:)
3.5.09
सिद्धार्थ जोशी Sidharth Joshi ने कहा…
हा हा हा हा .... अब आपको क्या बताएं अविनाश जी ..... हा हा हा हा हा
आप तो... ही ही ही ही .... हा हा हा
3.5.09
विनीत कुमार ने कहा…
सरजी,आप पुस्तक महल खारी बाबली से संपर्क करें। वहां से बहुत सारी किताबें निकलती है- 60 दिन में हारमोनियम सीखें,60 दिन में अंग्रेजी सीखें। रैपीडेक्स वहीं का प्रकाशन है। एक किताब आपके नाम से भी आ जाएगा। 60 दिन में ब्लॉग बनाने से लेकर कमेंट देने के 1001 उपाय सीखें। बाकी दिन वही होगा- 60 दिन। घर बैठे रॉयलटी खाइएगा,ऑफिस की एसी का खर्चा बचेगा।
3.5.09
देवेश वशिष्ठ ' खबरी ' ने कहा…
जै राम जै राम जै जै राम
औऱ का करें भाई... अब ऐसन दसा में का टिप्पणी करें... पर इतनी रिक्वेस्ट हुई है तो कछु तो लिखिना पड़ेगा ना... हमने सोचा चलो राम ही का नाम ले लिया जाय... अच्छा राम राम सा.
3.5.09
देवेश वशिष्ठ ' खबरी ' ने कहा…
और ई एक और टिप्पणी
3.5.09
देवेश वशिष्ठ ' खबरी ' ने कहा…
अब मत कहीयेगा हम टिपियाते नहीं हैं... जी भर के आजही ले लेयो...
ई लेयो एक और लपको...
3.5.09
अमित जैन (जोक्पीडिया ) ने कहा…
टिपणी टिप्पणी हो गई ,
हो गई सुबह से शाम ,
कोई तिप्पान्नी न मिली ,
कह गए कबीर यही राम amitjain
3.5.09
Nirmla Kapila ने कहा…
ये अच्छा है नेताओं की तरह बिन कुछ किये वोट की तरह तिप्पणी माँग रहे हैं वाह्
3.5.09
RAJ SINH ने कहा…
गुरु फ़ोर्मुला तो अछ्छा जुगाडे पर 1000 तिपिया जायेन्गे तब उडन तश्तरी भी आ जायेगी पुछल्ले मे ’ज़ीरो’ के पीछे खडे होने . वैसे सिर्फ़ उन्हीन से गुहार लगाते तो वू अकेल्लन १००१ टिप्पनी मार गिराते . वैसे वू बिचारे खुदै ९९ के फ़ेर मे पडे हैन इस बखत ’लखपती’ बन जाने के बाद.
फ़िर भी ......हारिये ना हिम्मत बिसारिये ना हरीनाम...................लगे रहिये !
5.5.09
महामंत्री - तस्लीम ने कहा…
बढिया तुकबंदी है।
-----------
SBAI TSALIIM
6.5.09
anupam mishra ने कहा…
नोट के बदले वोट नहीं....विवादित औऱ चापलूसी, के लिए ढेरों टिप्पणियां....मेरी भी एक....हीहीही
ab jesa lekh wesi tippani...
lijiye humne bhi sab ka tip k kardi tippani....